जब मैं लिखता हूँ : भूपेंद्र रावत
जब मैं लिखता हूँ, वफ़ा लिखता हूँ। तेरे बिन ज़िंदगी की सज़ा लिखता हूँ बग़ावत कर देती है कलम मेरी जब भी बेवफ़ाई की वजह लिखता हूँ। - भूपेंद्र रावत
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